तेज गर्मी, भूख या बीमारी ने ली तेदूआ(शावक,) की जान तीन या चार माह का था शावक अपने मॉ व परिवार से बिछुड़ गया था शावक।

||विनोद कुमार जैन||
बकस्वाहा :- वन परिक्षेत्र बकस्वाहा के अंतर्गत आने वाली वीट पाली मे पिछले दो दिनो से एक शावक के आने की सूचना ग्रामीणो द्वारा वन विभाग के पाली वीटगार्ड को दी गयी।

शवक के होने की सूचना पर उप वन मंडल अधिकारी रामकुमार ने वन परिक्षेत्र अधिकारी लव प्रताप सिह को शावक पर निगरानी रखने के लिये निर्देशित किया।
वनपरिक्षेत्र अधिकारी लव प्रताप द्वारा आदेश का पालन करते हुये शवक की निगरानी हेतू एक टीम गठित कर पाली वीट के लिये रवाना की जिसका मोनीटिरग स्वंम वन परिक्षेत्र अधिकारी कर रहे थे।

गठित टीम ने वन परिक्षेत्र पाली पहुच कर शावक के होने की सूचना अपने अधिकारी को दी तो अधिकारी स्वंम मौके पर पहुंचकर शावक को खोज कर उसकी स्थिति का जायजा लेते हुये उसके खाने पीने की व्यवस्था की। और अधिकारियों को शावक प्रथम दिष्टया बीमार और कमजोर नजर आया ।
निरंतरता निगरानी के दौरान शावक का लडखडा कर चलना पाया गया।
टीम सुबह लगभग छ: बजे पाली बीट पहुची थी और लगभग दस बजे तक पूरी निगरानी की गयी, दस बजे के बाद शावक एक जगह लेट गया उसके बाद काफी देर तक कोई हलचल न पा कर वन विभाग की टीम के सदस्यो ने पास जा कर देख तो उसकी शरीर मे कोई हलचल नही हो रही थी। चूँकि वन परिक्षेत्र अधिकारी पहले ही शावक के बीमार होना समझ गये थे तो उनके द्वारा पहले से ही वन जीव चिकित्सा अधिकारी राजेश तोमर टाईगर सफारी जू मूकुन्दपुर सतना को सूचित कर दिया गया था।
डॉ राजेश तोमर सूचना मिलते ही अपनी टीम के साथ वन परिक्षेत्र वकस्वाहा को रवाना हो गये।
चूकि मुकुन्दपुर सतना और वन परिक्षेत्र की दूरी ज्यादा होने से डॉक्टर टीम जब तक मौके पर पहुची तब तक शावक की मौत हो चुकी थी।

मौके पर पहुच कर डॉ राजेश तोमर ने जॉच कर पूरे मामले को समझ कर वन परिक्षेत्र अधिकारी लव प्रताप को वस्तुस्थिति से अवगत कराया।
वन परिक्षेत्र अधिकारी लव प्रताप ने बताया कि
तेंदुए का यह बच्चा हाल ही के तीन चार माह में ही अपनी मां से अलग हुआ होगा। प्राथमिक तौर पर जांच में सामने आया है कि तेंदूआ बीमार जैसी अवस्था में मिला है , संभवता वह अपनी मॉ व अपने परिवार से बिछुड़ गया था, उम्र कम होने के कारण शिकार करने मे असक्षम था चूकि भोजन की व्यवस्था स्वंम न कर पाया होगा और तेज गर्मी और भूख के कारण उसको कमजोरी हुई होगी जिससे उसकी मृत्यु हो गई हो या फिर मौत का कारण बीमारी भी हो सकती है ! हालांकि स्पस्ट कारण जानने के लिए उसका पोस्टमार्टम कराया गया है जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही पुष्टि की जा सकती है। लेकिन प्रारंभिक तौर किसी भी प्रकार के चोट – या संघर्ष के निशान नहीं पाए गए । पोस्टमार्ड्म उपरांत संपूर्ण सम्मान के साथ अधिकारीयों की मौजूदगी में तेंदुए की अंत्येष्ठि की गई है।