विनोद कुमार जैन
बक्सवाहा – नगर की अशासकीय संस्था एस. पी.के. जैन मेमोरियल स्कूल के कार्यक्रम में अतिथि के रूप में जनपद पंचायत बक्सवाहा की अध्यक्ष श्रीमति रजनी यादव जी, नगर परिषद की अध्यक्ष श्री किरण सोनी जी, वरिष्ठ समाजसेवी श्री बृजगोपाल सोनी जी एवम संस्था के अध्यक्ष श्री नाथूराम जी मलैया जी की गौरवमयी उपस्थिति रही।

संस्था के संचालक प्रधानाचार्य श्री दिलीप मलैया ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि वर्तमान में पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव से हमारी नव पीढ़ी भारतीय संस्कृति एवम संस्कारों से विमुख होती जा रही है। आज के दिन को प्रेम दिवस के रूप में मनाने लगी जिससे युवा अपना ओज एवम तेज खोते जा रहे है। हमारे नौनिहालों में संस्कारों का बीजारोपण करने एवम माता-पिता के प्रति आदर एवम सम्मान की भावना जाग्रत करने के लिए इस तरह के आयोजन को प्रारंभ करने की आवश्यकता है और विद्यालय अपना दायित्व निभाने की ओर दृढ़संकल्पित है।

कार्यक्रम का आगाज ज्ञान की देवी माँ सरस्वती की वंदना एवम पूजन से हुआ। इस अवसर पर संस्था के शिक्षक श्री दिनेश दुबे जी ने “बसंत पंचमी” के महत्व को बताते हुए हमारे जीवन में मां सरस्वती जी के महत्व पर प्रकाश डाला। विद्यालय की शिक्षिका रक्षा तिवारी ने हमारे जीवन में माता-पिता के योगदान बताते हुए बच्चों को उनका आदर-सम्मान करने की सीख दी।

संस्था के बच्चों द्वारा माता-पिता को समर्पित विभिन्न गीत, कविता, नृत्य एवम नाटक के माध्यम से प्रस्तुति देकर उपस्थित माता-पिता की आंखे नम कर दी।

कार्यक्रम में बच्चों ने अपने माता-पिता को तिलक, पुष्पहार, आरती उतारकर एवम चरण स्पर्श कर पूजन किया। माता-पिता ने बच्चों को गले लगाकर आशीर्वाद की बौछार की । यह दृश्य देखकर अनेक माता-पिता की आंखे नम हो गयी।

कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए वरिष्ठ समाजसेवी एवम नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि श्री बृजगोपाल सोनी जी ने कहा कि आज इसतरह के आयोजनों की आवश्यकता है ताकि नव पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति की तरफ आकर्षित न हो। उन्होंने सभी बच्चों को अपने माता-पिता, गुरु जनों एवम बड़ों का आदर-सम्मान करने की सीख दी एवम सुंदर आयोजन के लिए संस्था की प्रशंसा की।
कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षक श्री जिनेन्द्र यादव एवम शिक्षिका कु. नौरीना परबीन ने किया। कार्यक्र्म के समापन में उपस्थित सभी लोगों ने पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों के सम्मान में दो मिनिट मौन रखकर श्रद्धांजलि दी । अंत में शिक्षिका श्रीमती कृष्णा दुबे ने सभी का आभार व्यक्त किया।