पूर्व विधायक त्रिवेणीराम को चुनाव लड़ाना भाजपा को भारी पड़ा

ब्यूरो रिपोर्ट, अम्बेडकरनगर।

अम्बेडकरनगर। बसपा से बगावत कर सपा में शामिल हुए पूर्व सांसद त्रिभुवन दत्त ने आलापुर विधानसभा सीट से दमदार जीत हासिल की है। इस सीट पर मौजूद विधायक अनीता कमल का टिकट काट कर उनके ससुर व पूर्व विधायक त्रिवेणीराम को चुनाव लड़ाना भाजपा को भारी पड़ा। लंबे समय तक बसपा में रहकर राजनीति करने वाले त्रिभुवन दत्त ने कुशल दांव पेच से भाजपा व बसपा प्रत्याशियों को हराते हुए इस सीट पर जीत हासिल की है।आलापुर सुरक्षित विधानसभा सीट का चुनाव अत्यंत दिलचस्प रहा। यहां लंबे समय तक बसपा से जुड़े रहे पूर्व सांसद व विधायक त्रिभुवनदत्त ने इस बार सपा प्रत्याशी के बतौर चुनाव मैदान में ताल ठोकी थी। दूसरी तरफ भाजपा ने मौजूदा विधायक अनीता कमल का टिकट काटकर उनके ससुर पूर्व विधायक त्रिवेणीराम को टिकट दे कर मुकाबले में उतारा था। राजनीति के मजे खिलाड़ी पूर्व सांसद त्रिभुवनदत्त ने इस सीट पर बसपा के कमजोर होने का पूरा फायदा उठाया।बसपा ने यहां से जिन केशरा देवी को टिकट दिया था, वह अकबरपुर विधानसभा क्षेत्र की रहने वाली हैं। उनके बेटे आईपीएस अधिकारी हैं। बताया जाता है कि पहुंच के बल पर ही केशरा को टिकट मिल गया था। इसे लेकर बसपा के स्थानीय कार्यकर्ताओं के सामने व्याप्त हुई असहज स्थिति का त्रिभुवनदत्त ने फायदा उठाते सपा से चुनावी ताल ठोकी और बड़े अंतर से जीत हासिल कर यह सीट अपने नाम कर ली। बीजेपी को यहां भी मौजूदा विधायक का टिकट काटना भारी पड़ा। बसपा के लिए यह चुनाव काफी खराब रहा और उसका प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहा।