सोमदत्त त्रिपाठी, गुड़गांव: हरियाणा आशा कर्मियों की मांगों के लिए पिछले दिनों से आशा कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा रजिस्टर्ड नंबर 2074 संबंधित AIUTUC आंदोलन चला रही हैं। इसी को लेकर एआईयूटीयूसी के अनेक कार्यकर्ताओं ने जिले भर में अपने-अपने घरों व कार्यक्षेत्र पर परिवार जनों के साथ मिलकर धरने प्रदर्शन किये। आशा वर्करों के लिए न्यूनतम वेतन 26000 रुपए मासिक की मांग का समर्थन किया।
जिला सचिव कामरेड सरवन कुमार ने बताया कि आंदोलन के दौरान यूनियन के प्रतिनिधि मंडल ने आशा डायरेक्टर हरियाणा से 13 सितंबर को पंचकूला में वार्ता की थी। उन्होंने कुछ मांगों पर सहमति प्रकट की थी परंतु अभी तक मानदेय में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। आशा कर्मियों की उम्मीद पर पानी फिरते देख आशा कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा संबंधित एआईयूटीयूसी ने न्यूनतम वेतन 26000 रुपए प्रतिमाह करने की मांग को लेकर विरोध का प्रभावी और शानदार तरीका अपनाया। आज ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से आशा कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा को आशा कर्मियों की मांगों पर 28 सितंबर को शाम तीन बजे बातचीत का न्योता मिला है। इस आशय का एक पत्र ईमेल से कामरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट अध्यक्ष एआईयूटीयूसी को प्राप्त हुआ है। इसलिए आशा कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा का एक प्रतिनिधि मंडल एआईयूटीयूसी के राज्य प्रधान कामरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट की अगुवाई में दिल्ली जाकर अपनी मांगों को केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के सामने भी रखेगा।
एआईयूटीयूसी हरियाणा के सचिव कामरेड हरि प्रकाश ने बताया कि 13 सितंबर को एमडी पंचकूला से वार्ता से सरकार व आशा कर्मियों के बीच का गतिरोध समाप्त हो गया था। अब 28 सितंबर को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एनएचएम विभाग द्वारा आमंत्रित करने से भरोसा बना है कि आशा कर्मियों की मांगे मानने का रास्ता खुलेगा।
जब तक आशा कर्मियों की मांगों को पूर्ण रूप से मान नहीं लिया जाता तब तक यह आंदोलन पूरे हरियाणा में घर-घर तक पहुंचाने के लिए एआईयूटीयूसी के कार्यकर्ता आशा कर्मियों के साथ मिलकर आंदोलन को और जोरदार बनाएंगे।