नैनागिरी में सिद्ध चक्र विधान का हुआ आयोजन

विनोद कुमार जैन

बकस्वाहा :-बुंदेलखंड के सबसे प्राचीन प्रसिद्ध जैन तीर्थ नैनागिरी जी मे आचार्य विद्यासागर महाराज की परम शिष्या शाहगढ़ गौरव आर्यिका धारणा मति माता जी एवं आर्यिका स्वाध्याय मति माता जी के मंगल सानिध्य में विधानों का राजा श्री श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं विश्वशांति महामहोत्सव का आठ दिवसीय विशेष आयोजन सम्पन्न हुआ

महोत्सव के दिनों नैनागिर जी मे भक्तो का तांता लगा रहने के साथ-साथ पूरे समय धार्मिक भक्ति की छटा विखरी रही स्थानीय लोगो ने कहा नैनागिरी जी मे विधानों के आयोजन तो अनेक सम्पन्न हुए लेकिन इस आयोजन जैसी धार्मिक प्रभावना अभी तक नही देखी

इस आयोजन का ठाठ हम सभी की अविस्मरणीय होने के साथ हमेशा याद रहेगा क्योंकि विधान के समापन में श्री जी की शोभायात्रा में स्वयं इंद्रदेव ने भगवान महावीर स्वामी का स्वयं जलाभिषेक किया वही आर्यिका माँ के प्रवचनों का धर्मलाभ छिंदवाड़ा , दमोह, सागर , शाहगढ,बड़ागांव घुवारा,बरायठा,दलपतपुर,मड़ावरा रामटोरिया सहित अनेक जगहों के धर्मप्रेमियों ने लिया वही विधान निर्देशक युवा विधानाचार्य मनोज शास्त्री द्वारा विधान की मांगलिक क्रियाओ के साथ 2040 अर्घ चढ़ाए गये

वही हवन में सवालाख मंत्रो की आहुति दी गयी वही युवा संगीतकार सतेंद्र जैन मानपुरा ने अपनी मधुर आवाज व संगीतमय पूजन विधान का प्रमुख आकर्षण होने के साथ प्रतिदिन विशेष मंगल आरती करायी गयी इसी दौरान रात्रि में प्रतिदिन विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन छिंदवाड़ा से आयी श्री मति मधु जैन ने प्रस्तुति देकर सभी को आनंद से लोट-पोट किया वही स्थानीय नैनागिर कमेटी सहित सभी आगंतुक अतिथियों ने विधान आयोजक पुनीत जैन पत्रकार उपाध्यक्ष नगर परिषद शाहगढ की भूरी-भूरी प्रशंसा की वही उन्होंने इस उत्कृष्ट सफल आयोजन के लिए उन्होंने आर्यिका माता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुये अन्य सभी का आभार व्यक्त करते हुऐ सभी का सम्मान किया।