गेहूं के उचित समर्थन मूल्य के लिए विकासखंड के किसानों ने तहसील मुख्यालय पहुंचकर दिया ज्ञापन युवा किसान नेता आशिक मंसूरी के नेतृत्व में दिया गया ज्ञापन

\\__विनोद कुमार जैन\\__

बक्सवाहागेहूं की फसल आने के बाद क्षेत्र का किसान इस बात को लेकर परेशान है कि कब सरकार उचित मूल्य निर्धारण कर (समर्थन मूल्य पर खरीदी कर) गेहूं की फसल क्रय करती है काफी समय बीत जाने के पश्चात कृषि उपज मंडी में अभी गेहूं की खरीदी बंद है किसान इस बात को लेकर असमंजस में है कि उनकी गेहूं की फसल कृषि उपज मंडी में कब क्रय की जायगी, और उसका उचित समर्थन मूल्य क्या होगा !

इसी समस्या से परेशान विकासखंड के किसानों ने तहसील मुख्यालय पहुंचकर तहसीलदार भारत पांडे के माध्यम से जिला कलेक्टर ,मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री और कृषिमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है जिसमें कृषि उपज मंडी में ₹3000 प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की फसल की खरीदारी करने की मांग की गई है !

सरकार की घोषणाओं पर भी उठाए सवाल
किसान नेता आशिक मंसूरी ने कहा कि सरकार जनप्रतिनिधियों के माध्यम से किसानों की आय दोगुनी करने की बात सार्वजनिक मंचों से कई बार कर चुकी है लेकिन घोषणाएं साकार क्यों नहीं होती हैं क्या सरकार सिर्फ घोषणाओं करने के लिए बनी है उन्होंने कहा कि अगर वास्तव में सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती है तो उसे गेहूं का उचित समर्थन मूल्य किसानों को दिलाना होगा !

बाजार में गेहूं की फसल की कीमत पर भी उठाए सवाल किसान तरवर लोधी ने कहा कि फसल आने से पहले बाजार में गेहूं की कीमत रू2800 से ₹3200 प्रति क्विंटल थी लेकिन जैसे ही किसानों की फसल बाजार में आई गेहूं का मूल्य बाजार में ₹2000 प्रति क्विंटल हो गया ! अब ऐसी स्थिति में किसान अपनी मेहनत का उचित दाम कैसे पाए !

ज्ञापन सौंपने वालों में तरवर लोधी , नरेंद्र लोधी, आशिक मंसूरी , राकेश ,राहुल, अमित प्रजापति, रामदास साहू ,रोहित ,राजेश, नंदराम खेलन, देवेंद्र, रोशन, रंजीत ,शुभम, भैयालाल, अंकित, सुजीत, कैलाश, नकल बीरू महाराज ,रामखेलावन ,अखिलेश, गोपाल ,सुरेंद्र,परसोत्तम ,मनीष ,अनिकेत ,जसवंत ,धर्मेंद्र ,गोविंद भैयालाल, राजेंद्र ,भूपत ,करी ,नीलेश ,विनोद ,नीरज प्रताप,कमलेश,राममिलन अकील आदि सैकड़ों की संख्या में किसान शामिल रहे !