उदयपुर हत्याकांड मामले पर राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां की भाजपा प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बातचीत

उदयपुर हत्याकांड मामले पर राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां की भाजपा प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बातचीत

राजस्थान के समग्र समाज को यह समझने की आवश्यकता है कि यह हमला केवल कन्हैयालाल पर नहीं, यह हमला पूरे हिंदू समाज पर है, यदि सिलसिला रुका नहीं तो राजस्थान की जनता कानून व्यवस्था को लेकर 2023 का इंतजार नहीं करेगी: डॉ. सतीश पूनियां

अशोक गहलोत आचरण, व्यवहार, लेखनी और वाणी से राजस्थान की जनसुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध नहीं हैं,वो अपनी कुर्सी की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं: डॉ. पूनियां

दैनिक सक्सेस मीडिया (जयपुर) 28 जून, 2022। जो वीडियो में दिखाई दे रहे हैं 17 जून को इन्होंने खुली धमकी दी,और आज उस घटना को अंजाम दे दिया,जो जानकारी में आया कि कन्हैयालाल ने सुरक्षा मांगी,उसके बावजूद भी पुलिस के द्वारा सुरक्षा नहीं देना यह राज्य सरकार की लापरवाई,उदासीनता और एक तरीके की अकर्मण्यता है, राजस्थान के जो हालात बने हैं, उसमें बहुसंख्यक हिंदुओं पर जिस स्थान-स्थान पर हमले भी हुए,हत्याएं हुईं,मुझे लगता है कि यह कांग्रेस की तुष्टिकरण की अशोक गहलोत की तुष्टिकरण की नीति का ही परिणाम हैl
आज जो वारदात हुई और यह सोचने का समझने का मुददा है,किस तरीके से देश के प्रधानमंत्री तक हमला करने की बात कही गई,जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैl
उदयपुर में दिनदहाडे़ इस तरीके की वारदात करना यह केवल एक व्यक्ति के बस की बात नहीं है,राजस्थान में जिस तरीके से पीएफआई और दूसरे आतंकवादी संगठनों का कांग्रेस के संरक्षण में आना जाना हुआ है।

जो संरक्षण उनको मिला है,इसके लिए ठीक से पड़ताल की जाए तो इनके तार निश्चित रूप से आतंकवादी संगठनों से जुड़े मिलेंगेl

देखना यह है कि अब राजस्थान के गृहमंत्री, राजस्थान के मुख्यमंत्री भी किस तरीके से उन आतंकवादियों तक पहुंचते हैं,घटना दुर्भाग्यपूर्ण है शर्मनाक है, वीभत्स है और पूरे उदयपुर समेत पूरा राजस्थान उद्वेलित है,उदयपुर के व्यापारियों ने बंद किया है,उदयपुर में आने वाले समय में एक आंदोलन इस रूप में कानून व्यवस्था को लेकर जो अग्रणी संगठन करेंगे भाजपा उनके साथ जो पूरी ताकत से जुटेगी l
मुझे लगता है कि राजस्थान के समग्र समाज को यह समझने की आवश्यकता है कि यह हमला केवल कन्हैयालाल पर नहीं, यह हमला पूरे हिंदू समाज पर है, यदि सिलसिला रुका नहीं तो राजस्थान की जनता कानून व्यवस्था को लेकर 2023 का इंतजार नहीं करेगी।

इसलिए प्रदेश के गृहमंत्री को समझ लेना चाहिए कि पानी सर से ऊपर गुजर गया, कब तक इस तरीके से प्रदेश के लोग अपनी सहिष्णुता का परिचय देंगेl

आज की घटना कोई सामान्य घटना नहीं है, उस घटना के बाद उन हत्यारों के जारी वीडियो यह पूरी ही व्यवस्था को चुनौती देते हैं, और इसलिए मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री को केवल गृहमंत्री की हैसियत से नहीं, जो लोकतंत्र के,शांति और सदभाव के पाठ पढ़ाते हैं, उनके लिए राजधर्म कैसे निभाते हैं, यह यक्ष प्रश्न हैl
मैं भारतीय जनता पार्टी प्रदेश परिवार की तरफ से पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं, लेकिन हमें इस बात पर क्षोभ है कि इन साढे तीन वर्षों में बार-बार चेताने के बावजूद भी राजस्थान की सरकार के मुखिया और गृहमंत्री ने कभी भी न उनके आचरण से, न उनके व्यवहार से न उनकी लेखनी से,न उनकी वाणी से राजस्थान की जनता को कभी एहसास नहीं हुआ कि वो जनसुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं, यह जरूर है कि वो अपनी कुर्सी की सुरक्षा के लिए बिलकुल प्रतिबद्ध हैं l