हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी चैत्र नवरात्र की दशे पर दो साल बाद बिना बंदीसों के बर्वासन माता प्रांगण में हुआ मेले का आयोजन।
वही पान के ठेले व दुकानदारों ने अपनी दुकानें सजा कर मेले में रौनक जमा दी, तो इधर,खरीदारी के लिये मनिहारी, गन्ने का रस, अन्य शीतल पेय, फलों, खाद्य पदार्थो, कुल्फी, गोटा, स्टील बर्तन, पोस्टर एवं बच्चों के खिलौनों आदि की दुकानें लगीं है। हर वर्ष इस मेले में बक्सवाहा क्षेत्र से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। जो मेले का लुत्फ उठाते हुए दिखे।
इस मौके पर शहर एवं आस-पास के क्षेत्रों से पदयात्राएं मां के दरबार में पहुंचीं।
श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन कर उन्हें श्रद्धा पूर्वक जबारे, पुष्प, नारियल और चुनरी भेंट अर्पित की।
माता के दरवार में भारी संख्या में श्रद्धालुओं का ताका लगा रहा कुछ भक्त कनक दंडवत करते हुए, तो कुछ पैदल माता के दर्शनों को पहुंचे।
प्रशासन की ओर से दर्शनार्थियों की सुरक्षा के लिए चाक चौबंद व्यवस्था की गई। मंदिर जाने वाला मार्ग माता के जयकारों से गुंजायमान होता रहा। श्रद्धालु हाथों में ध्वज थामे, माता के जयकारे लगाते हुए मंदिर पहुंचे।
✍️…बक्सवाहा से शिवराम अठ्या की रिपोर्ट