ब्यूरो रिपोर्ट, भोपाल।
भोपाल। एमपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रांताध्यक्ष राधावल्लभ शारदा ने 22 मार्च को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित होलीमिलन समारोह में मुख्यमंत्री से भेंट कर एक ज्ञापन सौंपा एवं पत्रकार सुरक्षा कानून सहित अधिमान्यता नियमों एवं पत्रकारो के खिलाप कूटरचित एफआईआर पर पहले विवेचना हो इस सम्बंध में 6 दिसम्बर 2010 को ग्रहमंत्रालय द्वारा जारी पत्र के अनुसरण करने के विषय मे चर्चा की। मुख्यमंत्री निवास पर सोमवार को आयोजित पत्रकार होलीमिलन समारोह में जहां मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने पत्रकार भवन जल्द निर्माण करने के विषय मे चर्चा की वहीं एमपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रांताध्यक्ष राधावल्लभ शारदा ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर पत्रकार सुरक्षा कानून के बारे में बताया कि संगठन गत 15 वर्षों से पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग कर रहा है। खबरें लिखते समय शातिर किस्म के लोग कूटरचित एफआईआर करवा देते हैं ऐसे में पत्रकारों के खिलाप होने वाली एफआईआर में ग्रहमंत्रालय द्वारा जारी पत्र एफ 12-34/09/बी-1/दो आदेश फिनांक 06/01/2010 के नियमो को लागू करवाया जाए ताकि एफआईआर के बाद महानिरीक्षक एवं पुलिस अधीक्षक विवेचना करे एवं एफआईआर असत्य पाए जाने पर संबंधित पर आवश्यक कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि एमपी वर्किंग जर्नलिस्ट एकमात्र ऐसा संगठन है जो श्रम कानूनों के तहत पंजीकृत है। मप्र में ज्यादातर पत्रकार संगठन एनजीओ मात्र है। इस दौरान उन्होंने दस वर्ष पूरे कर चुके पत्रकारो को उनके द्वारा प्रकाशित खबरों के आधार पर अधिमान्यता दी जाना चाहिए। श्री शारदा ने बताया कि हमारे संगठन के पदाधिकारी लगातार भ्रष्टाचार से संबंधित मामलों को उठाते रहे हैं एवं मप्र की प्रगति में प्रदेश सरकार के साथ है।
