शिवा ट्राइब में पर्यटकों को देखने को मिलेगा आध्यात्म और पर्यटन का संगम


गुरुग्राम। गुरुग्राम के अरावली क्षेत्र में बसे टिकली-रईसीना गांव में शिवा ट्राइब के माध्यम से पर्यटक आध्यात्मिक-पर्यटन का अनुभव ले सकेंगे। यह केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि आत्म-खोज, होलिस्टिक वेलनेस और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का एक खूबसूरत सफर है—जहां प्राचीन ज्ञान आधुनिक जीवन की धडक़नों के साथ सहजता से मिलता है। 3 दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आचार्य सुधांशु जी महाराज, स्वामी धर्मदेव महाराज, दयानंद महाराज, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ सहित गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। शिवा टाइब के संस्थापक एमपी सिंह का कहना है कि यहां आध्यात्म सिर्फ़ प्रवचन नहीं, बल्कि एक अनुभव है। हम चाहते हैं कि पूरे ग्रामीण भारत में ऐसे समुदाय-केंद्रित स्पेस बनें, जहां मंदिर धरोहर ग्रामीण पुनर्जागरण और युवाओं की भागीदारी का केंद्र बने। डा. प्रीत संधू का कहना है कि आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में परिवार केवल छुट्टियों की नहीं, बल्कि मतलब भरी ठहराव की तलाश में हैं। शिवा ट्राइब वही ठहराव है—जहां आप परिवार के साथ दोबारा जुड़ सकें, सोच सकें और खुद को संवार सकें। शिवा ट्राइब एक स्पिरिचुअल-ईको रिट्रीट है—जहां वीकेंड पर लाइव भजन संगीत, योग सत्र, मंत्र ध्यान, वैदिक अनुष्ठान और परिवारों के लिए रहने की व्यवस्था मौजूद है। महासंगम यात्रा, त्रिशूल यात्रा और शिव-शक्ति केंद्र जैसी पहलों के लिए प्रसिद्ध इंटरनेशनल मंदिर प्रबंधक कमेटी अब प्राचीन मंदिर परंपरा और डिजिटल भारत के बीच एक पुल बन चुकी है।