आज श्री केशव रामलीला पीतमपुरा में पुतले के रूप में रावण के अहंकार का दहन

प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद के लिए एक बार श्री केशव रामलीला कमेटी दशहरा के समापन में ज़रूर आएं- अशोक गोयल / धर्मपाल अग्रवाल

नई दिल्ली – हनी महाजन –

दशहरा के समापन के साथ ही आज श्री केशव रामलीला पीतमपुरा में पुतले के रूप में रावण के अहंकार का दहन हो जाएगा। रावण के साथ दो पुतले कुंभकरण और मेघनाद के होते हैं। पीतमपुरा के डीडीए ग्राउंड पर चल रही रामलीला में इस बार दशहरे पर 60 फुट का रावण दहन होगा। सबसे बड़ी बात यह है कि प्रभु श्रीराम का बाण लगने के बाद रावण को पहले हार्ट अटैक आएगा। उसकी छाती पर लगा चक्र तेजी से घूमेगा और आतिशी का नजारा दर्शकों को लुभाएगा। इसके बाद रावण की जीभ और उसकी आंखें बाहर निकलेंगी। यह जानकारी श्री केशव रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अशोक गोयल ने दी। साथ ही देश की राजधानी दिल्ली के पीतमपुरा, नेताजी सुभाष पैलेस में आयोजित भव्य श्री केशव रामलीला कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल और कमेटी के अध्यक्ष अशोक गोयल देवराहा संरक्षक धर्मपाल अग्रवाल व संजय गोयल ने रामलीला के महत्व और भारतीय संस्कृति में इसकी भूमिका पर अपने विचार व्यक्त किए।

इस अवसर पर दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने राम के जीवन और उनके आदर्शों की प्रशंसा करते हुए कहा, “राम हमारे आराध्य हैं, सनातन संस्कृति का आधार हैं और यही कारण है कि यह देश उनके आदर्शों पर चल रहा है। वर्तमान पीढ़ी इस महान विरासत को आत्मसात कर रही है, जो हमारे देश को सुरक्षित और सशक्त बना रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिस गति से भारत विकास कर रहा है, हमें विश्वास है कि 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित होगा।” राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने भी अपने वक्तव्य में कहा सनातन धर्म की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा, “आज जब विश्व युद्ध की कगार पर खड़ा है, तब पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है क्योंकि यहां सनातन धर्म का पालन होता है, जो सत्य और शांति का संदेश देता है।

श्री राम के आदर्श को समाज मे स्थापित करना कमेटी का मूल उद्देश्य-अशोक गोयल देवराहा- रामलीला के मंचन के दौरान बुराई की प्रतीक राक्षसी ताड़का का वध और पुतला दहन किया जायगा , जो समाज में अच्छाई की जीत का प्रतीक है। कमेटी के अध्यक्ष अशोक गोयल देवराहा ने कार्यक्रम की सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे इस आयोजन का उद्देश्य समाज में राम के आदर्शों को जीवित रखना है, और यह मंच हमें इसे प्रभावी ढंग से करने का अवसर प्रदान करता है। धर्मपाल अग्रवाल , जो श्री केशव रामलीला कमेटी के संरक्षक हैं, ने अपने वक्तव्य में कहा रामलीला न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, बल्कि यह हमारे समाज को राम के आदर्शों से प्रेरित जीवन जीने का संदेश भी देती है। यह आयोजन हर वर्ष हमें राम के जीवन से सत्य, धर्म और मर्यादा का महत्व सिखाता है। अशोक गोयल देवराहा, जो इस आयोजन के अध्यक्ष हैं, ने अपनी समर्पित नेतृत्व क्षमता और उत्कृष्ट संगठन कौशल से इसे सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। उनकी अथक मेहनत और सामूहिक भावना के बिना इस आयोजन की भव्यता संभव नहीं थी।

वहीं व कमेटी के संरक्षक श्री संजय गोयल ने अपने वक्तव्य में कहा- रामलीला हमारी संस्कृति और परंपराओं का आधार है। यह आयोजन न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह हमें राम के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में सदाचार, सत्य और धर्म का पालन करने की सीख देता है। आज की पीढ़ी को राम के आदर्शों से जोड़ना हमारे समाज के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, और इसी उद्देश्य से हम इस आयोजन को निरंतर आगे बढ़ा रहे हैं।