इंदरजीत सिंह आस्ट ने धूमधाम से मनाई शहीद भगत सिंह की जयंती, कार्यक्रम में बच्चों ने पेश कीं शानदार प्रस्तुतियां

नई दिल्ली – हनी महाजन।

सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है” आजादी के 77 साल बाद भी भगत सिंह का यह नारा रग-रग में देशभक्ति और जुनून भर देता है। भारत के महान इतिहास में कई वीर सपूतों का नाम दर्ज है, जिनमें से एक भगत सिंह आज भी अपने जज्बे और देश के लिए अपने प्यार के लिए याद किए जाते हैं। 28 सितंबर, 1907 में पश्चिमी पंजाब (वर्तमान में पाकिस्तान) में जन्मे भगत सिंह से देशभक्त की एक ऐसी मिसाल कायम की, जिसका उदाहरण आज भी लोग देते हैं। देश की आजादी की लड़ाई में अपना अहम योगदान देने वाले भगत सिंह ने 24 साल की छोटी से उम्र में शहादत को गले लगा लिया था।

इसी को देखते हुए शहीद भगत सिंह वेलफेयर सोसाइटी इंदरजीत सिंह द्वारा रंगो में जोश और दिल में देशभत्ति से की कार्यक्रम की शुरूवात, इस कार्यक्रम में कई बड़ी हस्तियो ने शिरकत की इतना ही नही इंदरजीत सिंह आस्ट ने आए हुए सभी अतिथियो का शहीद भगत सिंह सोशल वेलफेयर सोसाइटी अवार्ड से सम्मानित किया।

वहीं इस कार्यक्रम में खास बात यह रही की इस कार्यक्रम में शहीद भगत सिंह के जीवन पर आधारित नाटक प्रस्तुत किया गया. वहीं कार्यक्रम में देशभर की कई सामाजिक संस्थाओं के लोगों को सम्मानित किया गया. जिन्होंने मानवता को सर्वोपरि रखते हुए कई समाजिक कार्य किए हैं. वहीं कार्यक्रम में नाटक से लेकर बच्चों के द्वारा भी कई तरह की प्रस्तुतियां प्रस्तुत की गई।

शहीद भगत सिंह सोशल वेलफेयर सोसाइटी पिछले 10 साल से कई तरह के सामाजिक कार्य कर रही है.जिसमें पर्यावरण को लेकर भी कई कार्य किए गए है. हर साल वह 29 सितंबर को ब्लड डोनेशन कैंप लगाते थे. लेकिन, इस बार डोनर के द्वारा कहे जाने पर उन्होंने शहीद भगत सिंह का जन्मदिन बड़े धूमधाम के साथ मनाया है।

आज के इस कार्यक्रम में वह देशभर के अलग-अलग ट्रस्ट और समिति के लोगों को सम्मानित कर रहे हैं, जिनके द्वारा समाज में रहते हुए कई तरह के कार्य किए जा रहे हैं. इस कार्यक्रम में एसीपी विरेंद्र पुंज को भी उन्होंने सम्मानित किया। इसी तरह और भी सामाजिक संस्थाओं के लोगों को उनके द्वारा आज सम्मानित किया गया है. वहीं इस कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा भी कई तरह की प्रस्तुतियां दी गई है. शहीद ए आजम भगत सिंह के जीवन पर आधारित नाटक को भी प्रस्तुत किया गया है।