बुन्देलखण्ड एन सी आर प्लानिंग से हो सकता शीघ विकसित: पवनघुवारा

\\शिवराम अठ्या\\

विगत उत्सव भवन टीकमगढ़ मे एकता परिषद के संस्थापक सदस्य ओर सत्य हिंसा शांति सद्भावना ओर गरीबों के हक की आवाज के लिए अन्तराष्ट्रीय स्तर पर विश्व शान्ति अवार्ड से जापान के नोविनो मे सम्मान सम्मानित प्रसिद्ध गांधीवादी श्रीयुत पी.व्ही.राजगोपालन राजा का टीकमगढ़ आगमन होने पर भव्य अभिन्दन समारोह आयोजित हुआ। विज्ञप्ति मे बुन्देलखण्ड पैकेज पर सघर्षरत पवनघुवारा ने बताया कि उक्त अवसर पर सभा मे पवनघुवारा ने अपनी बात रखते है मा.राजगोपालन राजा जी से कहा कि बुन्देलखण्ड का विकसित ना होने मे एक मुख्य कारण यह कि इसका भूभागीय क्षेत्र राज्यों की अलग अलग सीमाओं के मध्य होने से विकास कार्यों मे अलग अलग राज्यों से अनेकों कार्यो कि लेना बडा ही कठिनाइयों से भरा हो जाता है जिससे बर्षों बर्ष केवल अनुमति लेने मे ही निकल जाते है इसी से बुन्देलखण्ड दुविधाओं ओर असुविधाओं के बीच परेशानीयों को झेल रहा है

उदाहरण के लिए पवनघुवारा ने सभा मे बताया कि टीकमगढ़ शहर से लगा हुआ मऊघाट के रास्ते तालबेहट पहुंच हेतु बडी कठिनाई से नदी का पुल बना तो दो तीन बर्षो से लगातार हमारे यहाँ केन्द्रीय जी लगातार पत्राचार कर चुके है लेकिन मऊघाट के ऊधर मात्र दो कि.मी.रोड का निर्माण ना हो पाना इस प्रकार से स्थितिया है अतः पवनघुवारा ने सभा की मंच से मांग करते हुए अनुरोध किया कि मा पी. व्ही. राजगोपालन राजा आपके माध्यम से केन्द्र सरकार तक यह बात पहुंचे कि बुन्देलखण्ड राज्य जब बने सो ठीक है लेकिन यदि जिस प्रकार से दिल्ली के विकास कार्यो के लिए एक एन. सी. आर. बना है जिससे अन्य राज्य से बार बार अनुमति नही लेना पढती है ओर दिल्ली मे विकास हेतु एन.सी.आर. के सहयोग से शीघ्रातिशीघ्र विकास कार्यो की अनुमति हो जाती है पवनघुवारा ने कहा कि उसी प्रकार से बुन्देलखण्ड एन. सी.आर.का गठन हो जाने है बहुत से विकास के नये आयामो के नये नये रास्ते बडे आसानी से हो सकते है।