प्रदेश की कानून व्यवस्था व पुलिसिया कार्यशैली पर बड़ा सवाल

पुलिसिया कार्यशैली से जनता त्रस्त, छः माह पुर्व हुई चोरी का पर्दाफाश करने में कुमारगंज पुलिस नाकाम

पीड़ित ने जिले से लेकर प्रदेश तक के आला अधिकारियों से की शिकायत किंतु कार्रवाई शून्य

आखिर किसके दबाव में है पुलिस जो चोर को जानते हुए अभी तक नहीं किया गिरफतार

पीड़ित के अनुसार उसने दी थी नामजद तहरीर किंतु एसएचओ ने डाटकर बदलाया तहरीर अज्ञात में दर्ज किया एफआईआर

प्रदेश की कानून व्यवस्था व पुलिसिया कार्यशैली पर बड़ा सवाल

अयोध्या।

प्राप्त सूचनानुसार अयोध्या जिले के कुमारगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पूरे बंधन मजरे इमामगंज के बब्बन पुत्र राम जियावन के घर दिनांक -12/12/2021 की रात हुई चोरी और चोरी में गए गहने नकदी, पीड़ित द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र के अनुसार उसके घर के बेशकीमती गहने व नकदी की चोरी हुई है जिसका विवरण इस प्रकार है-
1-गले का हार
2-माथबेंदी
3-झुमकी
4-करधन
5-पावजेब
6- बेसर
7-हाथमेंहदी
8- पायल
9- छः हजार रुपए नकद।
चोरी वाली रात प्रार्थी बब्बन सपरिवार पता नहीं किस नींद में सो गया कि चोर के आने और चोरी होने की कानों-कान खबर ही नहीं लगी। सुबह करीब पांच बजे जब बब्बन की बहू जगी तो उसने सभी परिजनों को जगाया।घर में सभी सामान तितर-बितर पड़ा हुआ था।घर अगल बगल सब लोग तलाश में जुटे तो उनको एक लेदर की कत्थे रंग की जैकेट मिली जो पीड़ित के गांव के ही राम सुफल पाल की थी।इस पर बब्बन ने जब रामसुफल से पूंछताछ की तो राम सुफल बब्बन को ही चोर कहने लगा कहा तुम ही मेरे घर से मेरी जैकेट चुरा ले गए हो। इन बातों से साफ झलकने लगा कि चोरी राम सुफल ने ही की है। अतः वह थाने पहुंचा और पुलिस को नामजद तहरीर दिया किन्तु पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं किया। फिर बब्बन ने दिनांक-10/01/2022 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयोध्या से शिकायत की जिसके बाद एसएचओ ने तहरीर बदलवाकर दिनांक-13/01/2022 को एफआईआर तो दर्ज कर लिया और देवगांव चौकी पर मनीष चतुर्वेदी ने विवेचना आरंभ किया और राम सुफल को चौकी पर उठा लाए पूछताछ के दौरान रामपाल ने कुबूल भी किया किंतु ऊपरी दबाव के कारण चौकी प्रभारी को मजबूर होकर राम सुफल को छोड़ना पड़ा। इसके बाद राजफाश कराने के लिए पीड़ित बब्बन आईजीआरएस पर कई शिकायतें मतलब जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक के आला अधिकारियों से शिकायत हो चुकी है ।यही हाल रहेगा तो जनता को न्याय कहां मिल पाएगा। वहीं इस संबंध में मामले के विवेचक देवगांव चौकी प्रभारी मनीष चतुर्वेदी से बात की गई तो पता चला कि सूचना मिलने के बाद जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो राम सुफल और बब्बन दोनों के घरों के दरवाजे के ताले टूटे थे, पूछताछ के दौरान पता चला कि राम सुफल घर के अंदर ही था बाहर से किसी न ताला लगा दिया था और जगने के बाद उसने गांव के दो तीन संभ्रांत लोगों को जरिए फोन बुलाया तो उन लोगों ने ताला तोड कर राम सुफल को बाहर निकाला। चौकी प्रभारी के अनुसार जब बब्बन की पत्नी से पूछताछ की तो पता चला कि बब्बन की छोटी बेटी शादी योग्य है और बब्बन व उसके बेटे ने चार चला है ताकि बेटी की शादी में कुछ देना न पडे। चौकी प्रभारी ने ये भी बताया कि बब्बन के घर में एक राड मिला था लेकिन उसे बब्बन समेत उसके परिवार के सभी लोग कहते हैं कि ओ राड उसी का है। फिर चौकी पर तहरीर देने बब्बन से पहले राम सुफल गया था।बब्बन बाद में पहुंचा था।सच क्या शायद पुलिस पता भी नहीं लगा सकती और पुलिस के सामने का बब्बन की पत्नी का बयान देखा जाए तो मामला केवल पुलिस को गुमराह करने का लगता है।क्यों कि राम सुफल घर में बंद था गांव के कुछ लोगों ताला तोड कर उसे घर से निकाला था। और बब्बन के घर के बगल में में मिली राम सुफल की ब्राउन कलर की जैकेट आज भी देवगांव पुलिस चौकी पर रखी है। कहीं रंजिशन तो इस चोरी के मामले को तूल नहीं दिया जा रहा है क्यों कि पुलिस आज भी जांच में जुटी है। उधर गांव के लोगों से बात करो तो पता चलता है कि बब्बन का परिवार विशेष ठीक नहीं है। फिलहाल सच क्या है अब ईश्वर ही जानें।