मौत बाँट रहा चित्रकूट जिला चिकित्सालय , जिला अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते प्रसूति ने तोड़ा दम
सीएमओ की ढीलेपन वाले रवैया ने कर्मचारियों को कर दिया बेलगाम
शत्रुघन प्रताप पाल – सक्सेस मीडिया समाचार
चित्रकूट 16 अप्रैल 2022 । जिला चिकित्सालय में व्याप्त बदहाली की शिकायते के वावजूद स्वास्थ्य विभाग की चिरनिंद्रा नहीं टूटी आज एक बार फिर नवजात शिशु को जन्म देते ही नवजात के सिर से उठा मां का साया। मिली जानकारी के जिला अस्पताल में डॉक्टरो के अमानवीय व्यवहार और समय से इलाज ना मिलने के कारण नवजात शिशु को जन्म देने के बाद महिला की हुई मौत। लोहदा गांव निवासी रोशनी पत्नी शुभांशू को परिजनों ने देर रात प्रसव के ज़िला चिकित्सालय लेकर लें गये। जहाँ महिला को तकरीबन तीन घंटे तक बेहतर इलाज ना मिलने के कारण प्रसव पीड़ा के दर्द से तड़पती रही। परिजन लगातार इलाज के मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों से गुहार लगाते रहे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के फोन करने के बाद भी नहीं आये जिम्मेदार डॉक्टर। परिजनों का आरोप लगाते हुए कहा की अगर डॉक्टर समय से पहुंचते तो रोशनी की बच सकती थी जान। गुस्साए परिजनों ने शव को रखकर जिला अस्पताल में जमकर काटा हंगामा ।कोतवाली कर्वी में तहरीर देकर लापरवाह डॉक्टर के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की मांग पर अडे। राम भरोसे चल रहा जिला चिकित्सालय सोनपुर में देर रात डिलीवरी के दौरान प्रसूता की हालत बिगड़ी। चिकित्सको को बारहा मिन्नतों आरज़ू करने पर कोई चिकित्सक ने प्रसूता को नहीं देखा और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के कहने पर भी किसी ने ध्यान नहीं दिया और प्रसूता ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया। आपको बता दे कि ज़िला चिकित्सालय में विधानसभा चुनाव के पूर्व हुए सीएमएस के तबादले के बाद अब तक कोई अधिकृत सीएमएस के न होने से स्टाफ बेलगाम है। ऐसे में कार्यवाहक सीएमएस डॉ राजेश खरे अब तक जैसे तैसे मृत्युशैया में पड़े अस्तपाल को काँधे में लिए ढो रहे है और अधिकारपूर्वक कार्य नहीं कर रहे है जिसके एवज में स्टाफ बेलगाम है और खामियाज़ा मरीज़ों को झेलना पड़ रहा है। ज़िला चिकित्सालय के डिलीवरी वार्ड में बेहद गंदगी और बदबू बनी रहती है इससे साबित होता है कि ज़िम्मेदार शायद ही कभी इस तरफ रुख भी करते होंगे जबकि डिलीवरी वार्ड से जुड़े हर वार्ड को पूर्णतया हाइजेनिक रखना जच्चा और बच्चा के लिए बेहद ज़रूरी है, फिलहाल हालातो को देखकर यह साबित होता है कि जिला चिकित्सालय सिर्फ सफेद हाथी से ज़्यादा कुछ नहीं है।