निराश्रित गोवंश संरक्षण/क्षमता विस्तार एवं भरण पोषण की जिलाधिकारी ने की समीक्षा

ठण्ड के दृष्टिगत सभी गौशालाओं में तिरपाल व बोरों की व्यवस्था सुनिश्चित करायें-जिलाधिकारी

जिलाधिकारी ने गौशालाओं के कार्यो में लापरवाही पाये जाने पर अधिकारियों को किया सचेत

अजयपाण्डेय स्थानीय संपादक

प्रतापगढ़। जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय के सभागार में अवशेष निराश्रित गोवंश संरक्षण/क्षमता विस्तार एवं भरण पोषण से सम्बन्धित अनुश्रवण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि गौशालाओं में कोई भी कार्य नही हो रहा है और लगातार लापरवाही बरती जा रही है, जिस पर अधिकारियों को सचेत करते हुये निर्देशित किया कि गौशालाओं में सभी व्यवस्थायें ठीक कर ली जाये और गौशालाओं में हरा चारा, भूसा, पशुआहार, स्वच्छ पेयजल, तिरपाल, बोरा, टीनशेड, बीमार पशुओं की उचित देखभाल इत्यादि मूलभूत सुविधाओं से सम्बन्धित व्यवस्थायें सुनिश्चित करा लें, यदि किसी भी गौशालाओं में लापरवाही पायी जायेगी तो सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी। बैठक में जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि चारागाह की जमीनों का चिन्हांकन कर कब्जा मुक्त कराया जाये और सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी/ईओ को चारागाह की जमीनों को सौपा जाये जिससे उस पर हरे चारे की बुवाई हो सके। उन्होने निर्देशित किया कि जिन विकास खण्डों में 5 गौशालाओं से कम गौशालायें है वहां पर जमीन का चिन्हांकन कर अस्थायी गौशाला बनाया जाये। गौशालाओं में केयर टेकर साफ-सफाई समय-समय पर कराते रहे। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि गौशालाओं में गोवंशों का स्वास्थ्य परीक्षण समय-समय पर कराया जाये, गोवंशों के स्वास्थ्य परीक्षण में किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाये। समस्त खण्ड विकास अधिकारी व ईओ अपने-अपने क्षेत्र की गौशालाओं का समय-समय पर भ्रमण करते रहे और माह में एक बार बैठक अवश्य करें जिसकी सूचना उपलब्ध करायी जाये। जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारियों एवं खण्ड विकास अधिकारियों से कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों में आमजन मानस से यह अपील करें कि गौशालाओं में गोवंशों के खान-पान हेतु जो भी अनावश्यक भोज्य पदार्थं/चारा हो उसे स्वेच्छा से दान करें। समस्त खण्ड विकास अधिकारियों व अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि कोई भी छुट्टा पशु सड़कों पर न घूमे, इसके लिये टीम बनाकर छुट्टा पशुओं को गौशालाओं में भेजवाया जाये और इसकी रिपोर्ट उपलब्ध करायी जाये। उन्होने निर्देशित किया कि गौशालाओं में ठण्ड से बचाव हेतु तिरपाल, बोरों, पराली आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा0 दिव्या मिश्रा, जिला विकास अधिकारी कृष्ण कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 प्रदीप कुमार सहित सम्बन्धित जिला स्तरीय अधिकारी व अधिशासी अधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित रहे।