सोमदत्त त्रिपाठी, नागौर। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा श्री अमरनाथ महादेव चेतन गुफा डंडाली के महंत श्री श्री 1008 महंत श्री चेतना नन्द जी सरस्वती महाराज के परम शिष्य श्री प्रयागा नंद सरस्वती महाराज दो सौ गाड़ियों के काफिले के साथ संन्यास लेने के तीन माह बाद अपने पैतृक गांव देवभूमि भावण्डा की धन्यधरा पर पहुंचने प्रयागा नंद सरस्वती महाराज के दर्शन लाभ के लिए भक्तों की उमड़ी भारी भीड़ समस्त देवभूमि भावण्डा नगरी के देवतुल्य ग्रामीणों द्वारा किया गया भव्य स्वागत इस अवसर पर पांचला जसनाथ जी धाम के महंत श्री श्री 1008 महंत श्री सुरजनाथ जी महाराज श्री भैरव नाथ अखाड़ा जालोर के महंत श्री प्रेमनाथ जी महाराज
श्री अंक्षीत नाथ जी महाराज आसन थावला नागौर के महंत श्री श्री 1008 पीर श्री मोहन नाथ जी महाराज कुम्हारा धूणा के महंत श्री बुद्ध नाथ जी महाराज भी इस शुभ अवसर पर मौजूद रहें समस्त देवभूमि भावण्डा के देवतुल्य ग्रामीणों द्वारा बाहर से पधारे हुए सभी संत महात्माओं का माल्यार्पण करके भव्य स्वागत किया इस अवसर पर बालसिंह राठौड़ कुशाल राम दौतड़ मानसिंह अखेराजोत मदनसिंह भाटी गोपाल सिंह भाटी नरपतसिंह राजपुरोहित एम नरपतसिंह कोट ओमप्रकाश दाधीच सुरजाराम दौतड़ बजरंग सिंह राठौड़ अचल सिंह राठौड़ कर्ण सिंह राठौड़ राजपुरोहित राजेश
शर्मा रतन सिंह राजपुरोहित दधमत शर्मा रामस्वरूप वैष्णव खोड़वा किशोर दास वैष्णव शोभराज बडियासर भगवान सिंह राठौड़ बजरंग सिंह राजपुरोहित दिनेश बडियासर महेन्द्र सिंह के राजपुरोहित रामचन्द्र दास वैष्णव श्रवण दास वैष्णव नरपतसिंह राठौड़ आसाराम बडियासर उम्मेदसिंह कोट अमरसिंह कोट आदि समस्त देवतुल्य समस्त भावण्डा खोड़वा खींवसर ताडावास धारणावास चरड़ा लालाप सहित आस पास के अन्य कई ग्रामीण क्षेत्रों के देवतुल्य लोग मौजूद रहें