तीन सूत्रीय मांगों को लेकर नगर के प्रमुख लोगों के साथ किसानों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन:

चेतावनी – सात दिन बाद करेंगे आंदोलन और भूख हड़ताल।

||विनोद कुमार जैन ||

बक्सवाहा/ छतरपुर जिले का सबसे पिछड़ा ग्रामीण क्षेत्र, जहां के निवासी आजादी के बाद से ही अपने मूलभूत समस्याओं के समाधान के लिए ज्ञापन देते आ रहे हैं, लेकिन शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।

बुधवार को क्षेत्रवासियों ने एकजुट होकर बक्सवाहा स्थित तहसील कार्यालय में विभिन्न मांगों को लेकर तहसीलदार भरत पांडे को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में तीन प्रमुख मुद्दों को प्रमुखता से उठाया गया।

1. एसडीएम कोर्ट की स्थापना

ज्ञापन में बताया गया कि बक्सवाहा के निवासियों को न्याय के लिए 80 किलोमीटर दूर बिजावर के अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय जाना पड़ता है, जबकि कुछ ग्रामीण क्षेत्रों से यह दूरी 140 किलोमीटर तक हो जाती है। छोटे-छोटे कार्य जैसे जाति प्रमाण पत्र और जमीन संबंधी प्रकरण का निराकरण कराने के लिए भी लोगों को बिजावर जाने पर समय और पैसे दोनों की हानि हो रही है। इसलिए, क्षेत्रवासियों ने बक्सवाहा में एसडीएम कार्यालय स्थापित करने की मांग की है।

2. खाद और बीज की उपलब्धता

ज्ञापन में किसानों के लिए सेवा सहकारी समितियों द्वारा खाद और बीज उपलब्ध न कराने की समस्या को भी प्रमुखता से उठाया गया। किसानों को बाजार से महंगे दामों पर खाद और बीज खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि किसानों को शीघ्र ही उचित दर पर खाद और बीज मुहैया कराया जाए।

3. सड़क की मांग

इसके अतिरिक्त, ग्राम सानोदा को बक्सवाहा-हीरापुर मुख्य मार्ग से जोड़ने की मांग भी की गई है। क्षेत्रवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे सात दिनों के भीतर पूरी नहीं होती हैं, तो वे भूख हड़ताल और आंदोलन शुरू करेंगे।

ज्ञापन सौंपने के दौरान वीरेंद्र सिघई निमानी, छत्रपाल सिंह, जय प्रकाश बिल्थरे एडवोकेट, वीरेन्द्र दुवे किशुनपुरा, रघुवीर श्रीधर, सचिन सोनी पार्षद प्रतिनिधि, मनीष पार्षद प्रतिनिधि, आशिक मंसूरी, नाथूराम विश्वकर्मा, प्रकाश रजक, रामकिशोर अहिरवार पार्षद, राजीव अहिरवार, मिलन यादव सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

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