बढ़ती महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए पत्रकार निशांत धवन कि पंक्ति

बढ़ती महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए पत्रकार निशांत धवन कि पंक्ति

महंगाई पर लगाम लगाने के लिए मोदी सरकार से गुज़ारिश

नई दिल्ली – निशांत धवन

आए दिन महंगाई का स्तर बढ़ता जा रहा है । इससे गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवारों कि जेब पर अधिक प्रभाव पड़ रहा है। खाने- पीने की चीजों से लेकर कपड़े और अन्य वस्तुओं का दाम आसमान छु रहा है । एक पंक्ति मे कहू तो “आमदनी अठनी खर्चा रुपैया। एक आम आदमी करे तो क्या करे , वह महंगाई के बोझ तले धसता जा रहा है। महंगाई का बड़ा कारण बढ़ती जनसंख्या भी है। चीजों की सप्लाई काम और मांग अधिक है,जिसके कारण छोटी से छोटी चीजों के दाम बढ़ रहे है। महंगाई के कारण लोगों को कर्ज़ का सहारा लेना पर रहा है। परंतु जब वे कर्ज नहीं चूका पाते तो ज़िंदगी से हार मानने लगते है और अपने आप को हानी पहुँचा लेते है। जो लोग बेरोज़गारी से ग्रस्त है उनके लिए महंगाई बहुत दुख दाही साबित होती है । मेरी सरकार से यह गुज़ारिश है कि वह इस विषय पर अपना ध्यान आकर्षित करें
और इसके लिए कदम उठाए जाए ताकी एक गरीब परिवार तथा माध्यम वर्गीय परिवार अपना जीवन खुशहाली से व्यतीत कर सकें । “जब तक महंगाई की मार एक आम आदमी पर पड़ती रहेगी तब तक उसकी आत्मा मुस्कुराने से डरती रहेगी ।