डीडीयू हॉस्पिटल की सीनियर नर्सिंग सुपरिटेंडेंट सरोज नागर की सीनियर नर्सिंग ऑफिसर सुनिता चौधरी ने की सराहना

डीडीयू हॉस्पिटल की सीनियर नर्सिंग सुपरिटेंडेंट सरोज नागर की सीनियर नर्सिंग ऑफिसर सुनिता चौधरी ने की सराहना

संवाददाता, हनी महाजन।

नई दिल्ली – सक्सेस मीडिया। कोरोना संकट में सीनियर नर्सिंग सुपरिटेंडेंट दीन दयाल हॉस्पिटल हरि नगर सरोज नागर पिछले दो साल से सेवाएं दे रही हैं। सरोज नागर गृहिणी की जिम्मेदारी के साथ मरीजों की देखभाल की जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं। मरीजों के अलावा अस्पताल में सेवाएं दे रही हैं
कई स्टाफ नर्सों व वार्ड सिस्टर के साथ सैकड़ो नर्सों को कोरोना से संबंधित ट्रेनिंग देना भी उनकी जिम्मेदारी है। उनका कहना है कि अस्पताल में सेवाएं दे रही सभी नर्सों का मनोबल बढ़ाने के लिए वे स्वयं मरीजों की देखभाल में जुट जाती हैं और हर मरीज को बेहतर नर्सिंग केयर मिले, यह भी सुनिश्चित करती हैं। उन्होंने बताया कि 1988 से 2022 तक 34 सालों से लगातार मरीजों की सेवा में लगी है। वे असली खुशी इन्ही में ढूंढ पाती हैं।

डीडीयू की सीनियर नर्सिंग ऑफिसर सुनीता चौधरी ने सीनियर नर्सिंग सुपरिटेंडेंट दीन दयाल हॉस्पिटल हरि नगर सरोज नागर कि काफी सराहना कि उन्होंने कहा कि वह अस्पताल को दूसरा घर और मरीज को परिवार का सदस्य मानती हैं। अस्पताल में आने वाले मरीज ठीक होने की आस में दाखिल होते हैं। एक तो मरीज बीमारी से जूझ रहे होते हैं और दूसरा वे मानसिक तौर पर परेशान रहते हैं। ऐसे में मरीज को परिवार का माहौल देने की कोशिश की जाती है। कोरोना संक्रमण से डर जरूर लगता है लेकिन अगर नर्सिंग स्टाफ हिम्मत हार जाएगा तो मरीजों का मनोबल कैसे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि नर्सिंग स्टाफ की सुरक्षा के साथ उनको मानसिक रूप से भी मजबूत बनाया जाता है। नर्सों को मरीज की केयर के साथ पीपीई किट पहनना व इसका निस्तारण सहित वेंटीलेटर चलाना सिखाया जाता है। अंत मे उन्होंने सुनीता चौधरी ने कहा कि नर्स सिर्फ एक प्रोफेशन नहीं है बल्कि बीमारी से जूझ रहे मरीज के सबसे करीब रहने वाला व्‍यक्ति भी है. उसे न केवल बीमारियों और मरीज के शरीर की हर गतिविधि की जानकारी बल्कि शैक्षिक रूप से भी मजबूत होना जरूरी है।