शिक्षा वह शेरनी का दूध है, जो पीएगा वह दहाड़ेगा-प्रदेश अध्यक्ष बबलू चड़ार

शिवराम अठ्या


टीकमगढ़ :- अखिल भारतीय चड़ार समाज, जिला टीकमगढ़ द्वारा बगाज माता मंदिर के प्रांगण में भव्य दशहरा मिलन समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम चड़ार समाज धर्मशाला में आयोजित हुआ, जिसमें जिले के विभिन्न कस्बों, गांवों और नगरों से करीब दो हजार स्वजातीय बंधु एवं माताएं-बहनें शामिल हुईं।

समारोह के दौरान समाज के विभिन्न नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। जिला अध्यक्ष मनमोहन चड़ार ने कहा कि समाज के उत्थान के लिए हमें अपने बच्चों को शिक्षित करना चाहिए और नशे से दूर रहना चाहिए।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, पूर्व विधायक प्रतिनिधि अयोध्या चड़ार ने स्वजातीय बंधुओं को संगठित रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि एकजुट होकर काम करने से ही समाज का विकास संभव है।

अखिल भारतीय चड़ार समाज महासंगठन के प्रदेश अध्यक्ष बबलू चड़ार ने समारोह का संचालन करते हुए दशहरा के महत्त्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “दशहरा असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है, जैसे भगवान राम ने रावण का वध किया और देवी दुर्गा ने महिषासुर पर विजय प्राप्त की।

बबलू चड़ार ने जोर देते हुए कहा,शिक्षा वह शेरनी का दूध है, जो पीएगा वह दहाड़ेगा। उन्होंने समाज के लिए शिक्षित, संगठित और संघर्षशील रहने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, शिक्षा से हर लड़ाई लड़ी और जीती जा सकती है।उन्होंने बच्चों को अच्छे संस्कार देने और उन्हें नशे से दूर रखने की भी अपील की।

उन्होंने यह भी कहा कि समाज के किसी भी सदस्य के साथ अन्याय होने पर सभी को एकजुट होकर उसका विरोध करना चाहिए और उसे न्याय दिलाना चाहिए। साथ ही असहाय लोगों की मदद करना ही समाज सेवा का असली अर्थ है।

इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने भी समाज को एकजुट रहने और शिक्षा को प्राथमिकता देने का संदेश दिया।